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नई दिल्ली द्वारका में अभ्युदय पुरोहित संस्थान द्वारा प्रशस्ति पत्र प्राप्त करते हुए ज्योतिषाचार्य डॉ गणेश दत्त चतुर्वेदी |
Publications:
वास्तुशास्त्रे विन्यासविचारः - पी.एच.डी. थीसिस
जन्म लग्न से भावस्थ चन्द्रमा का शुभाशुभ फल
जातक की कुण्डली में लग्नेश और दशमेश हो
वास्तु शास्त्र - गृह निर्माण से पूर्व मुहूर्त अर्थात काल शुद्धि का विचार
बुध अष्टम भाव में हो तो जातक विद्धान, धनवान
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